मानसिक रूप से मजबूत कैसे बने .... How to become mentally strong .
स्टीव जॉब्स, स्टीफन हॉकिंस , ऐलन मस्क ये सब वो महान व्यक्ति है जिन्होंने अपने -अपने क्षेत्रों में सफलता हासिल की तथा दुनिया के युवाओं के लिए हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहेंगे . लेकिन यह सब इन्होंने कैसे किया , तो इसका उत्तर है ये सब लोग मानसिक तौर पर बेहद मजबूत थे.
किसी भी आम इंसान को मानसिक तौर पर मजबूत होना कोई मुश्किल काम नही है लेकिन इसके लिए आपको कुछ बेहद जरुरी चीजों का जान लेना आवश्यक है .
" यह बात समझने से पहले यह जान लीजिए कि आपको अगर सही में मानसिक तौर मजबूत होना है ,अगर हां तो सबसे पहले आपको अपने मस्तिष्क में भरी बुरी यादों को बाहर निकलना होगा और इस बात को स्वीकार करना होगा जो समय निकल गया वो कभी वापस नहीं आएगा . हमें अपना आज और कल बेहतर बनना है "
मानसिक रूप से मजबूत बनने के लिए 10 बातें .
(1) - मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति कभी विचलित नहीं होते हैं.
मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति की सबसे बड़ी खूबी होती है कि वो अपने लक्ष्य से कभी भी विचलित नहीं होते . मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति अपने जीवन में कभी हार नहीं मानते . वह तब तक कोशिश करते है जब तक अपने लक्ष्य को प्राप्त नही कर लेते और सफलता को नही चूम लेते .
(2)- मानसिक रूप मजबूत व्यक्ति अकेले पहल करने से घबराते नहीं है .
मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति इस बात को लेकर कभी नहीं घबराते कि वो अकेले हैं. ऐसे व्यक्ति बिना डरे अकेले ही आगे बढ़ते है . वे सफलता प्राप्त करने के लिए किसी से किसी भी प्रकार की उम्मीद नहीं रखते . वे अकेले ही आगे बढ़ते है और सफलता प्राप्त करते है.
(3) - मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति खुद पर कभी खेद नही जताते हैं.
मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति बीती बातों को लेकर अपना समय बर्बाद नहीं करते है .वे ये बात अच्छी तरह से समझते हैं कि बीती बातों को लेकर केवल समय ही बर्बाद होगा . मानसिक रुप से मजबूत व्यक्ति अपने समय का उपयोग अपने भविष्य को सफल बनाने में करते है वो समय का उपयोग भविष्य को बेहतर बनाने में करते है ना की जो बीत चुका है उसमे आंशू बहकर ,ऐसे लोग अपने गलत फैसलों के लिए अपना भविष्य बर्बाद नही करते वे समय के साथ आगे बढ़ जाते है .
(4)-हर किसी को खुश करना संभव नहीं है.
जो व्यक्ति मानसिक रूप से मजबूत होते है वे कभी -कभी दूसरों की नजर में बुरा व्यक्ति बना देते है . हर व्यक्ति को अपने सपने पूरा करने के लिए खुद को पर्याप्त समय देना जरुरी होता है जो केवल मानसिक तौर पर मजबूत व्यक्ति ही कर सकता है मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति भवनाओं में बहकर अपने लक्ष्य से भटक जाता है . आपको अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अपने कार्योंं को प्राथमिकता देना जरुरी होता है . यही कारण है कि मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति अपने कार्योंं को प्राथमिकता देने के कारण अपने व्यक्ति को निराश भी करते है जिस कारण आपस में दूरियां बढ़ जाती है .
लेकिन जब व्यक्ति अपने लक्ष्य को हासिल कर लेता है तो नफरत करने वाला व्यक्ति भी इस बात को समझने लगता है फिर वह भी उसको पसंद करने लगता है . इसलिए सब को खुश करना संभव नहीं है पहले अपने लक्ष्य को चुने .
(5)-मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति अपनी गलतियों से सीखता है.
मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति गलती होने पर उसमे सुधार करता है . वो उन बातों पर ध्यान देता है जहां गलती हुई थी . लेकिन मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति एक ही गलती बार -बार करता है और असफल रहता है . लेकिन मानसिक रुप से मजबूत व्यक्ति उन गलतियों को जीवन में फिर कभी नही दोहराते है.
महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने कहा था कि जिस व्यक्ति ने कभी गलती नहीं की उसने कभी नया करने की कभी कोशिश नही की . लेकिन जीवन में सबसे महत्पूर्ण है नया करने के साथ -साथ पिछली गलतियों से सीख लेना . मजबूत व्यक्ति अपनी की हुई गलतियों की जिम्मेदारी उठाते हैं और उनसे सीखते हैं और अपने भविष्य के लिए अच्छे चुनाव करते है .
(6)- मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति समय के साथ ढ़ल जाता है .
बहुत से लोगों को अपने जीवन में बदलाव पसंद नही होता है उनका मानना होता है जीवन में बदलाव बहुत मुश्किल और असंभव होता है. लेकिन मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति में समय के साथ बदलने की योग्यता होती है .
हम किसी भी नई चीज के बारे में सोचने से डरते हैं लेकिन जब वह हमारे सामने आती है तो यह हमारी सोच से अलग है और यह उतना बुरा नहीं है जितना सोचा था . कोई भी उस चीज को नही रोक सकता जो होने वाली है , तो हमे हमेशा प्रवाह के साथ जाने की आदत डालनी होगी और जो प्रवाह के साथ बहता है वह हमेशा मजबूत होता है .
(7)-मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति समय के अनुसार अपने अंदर बदलाव लाते रहते हैं.
मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति जितनी जल्दी संभव हो सकता है अपने अंदर से नकारात्मक ऊर्जा का त्याग करके सकारात्मक ऊर्जा ग्रहण करता है. मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति अपनी भावनाओं के ऊपर नियंत्रण रखने का हर संभव प्रयास करते हैं. मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति कभी नहीं कहेगा कि उसका मन आज उदास है . मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति ऐसी स्थिति से अच्छी तरह निपटना जानते हैं
नकारात्मक सोच जीवन में असफलता के अलावा कुछ नहीं देता इसलिए जीवन में हमेशा अच्छी सोच रखे और अपने अंदर नए बदलाव लाए .
(8)-मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति दूसरों की कामयाबी से ईष्या नहीं करते हैं.
मानसिक रुप से मजबूत व्यक्ति पूरे विश्वास और उत्सह के साथ दूसरों की कामयाबी का जश्न मनाते हैं और हमेशा ऐसे लोगों से कुछ ना कुछ सीखने की कोशिश करते हैं. वे इस बात को अच्छी तरह जानते हैं कि सफलता के लिए कड़ी मेहनत की जरुरत होती है और कोई भी सफलता व्यक्ति को उसकी लगन और सालों की मेहनत का नतीजा होती है . वो इस बात को भी अच्छी तरह जानते है कि इस सफलता के लिए उस व्यक्ति ने ना जाने कितनी राते जाग कर अपने भविष्य की तैयारी में काटी है .जिससे आज वह खुद गुजर रहें हैं इसलिए मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति अपनी मेहनत से सफलता हासिल करने में विश्वास रखते हैं .
(9)-मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति अपने लक्ष्य को को मजबूती से पकड़ कर रखते हैं .
रास्ते में आने वाली कठिनाई से असफल होकर ऐसे व्यक्ति अपना मार्ग नहीं भटकते है .मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति के जीवन में हार मानने का कोई विषय ही नही होता है. वह तब तक कोशिश करता है जब तक वह सफलता प्राप्त नही कर लेता है. अगर आप खुद की सहनशक्ति बढ़एगे तो आपको कभी भी कोई कमजोर नहीं कर पाएगा . वो बार -बार उस कठिनाई का सामना करते हैं जब तक वो उस कठिनाई को पार नहीं कर लेते है और आखिर में वह सफलता प्राप्त कर लेते हैं.
(10)-मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति जोखिम उठाते है .
जोखिम उठाने वाला व्यक्ति ही जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है . उस व्यक्ति को पता होता है कहां पर जोखिम लेना है कहां पर नही, वे अपना लक्ष्य पहले से निर्धारित करने के बाद जोखिम उठाने को तैयार रहते हैं.
" सफलता प्राप्त करने के लिए मानसिक रूप से मजबूत रहना बहुत जरुरी है क्योंंकि इससे ही कोई व्यक्ति सही मार्ग निर्धारित कर सकता है . मानसिक रूप मजबूत न होने पर कोई भी व्यक्ति अपने कार्य को कभी भी सही तरीके से पूरा नहीं कर सकते और सफलता प्राप्त नही कर सकते ."
इसलिए जीवन में सफल होने के लिए मानसिक तौर पर मजबूत होना जरुरी है.
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