महाभारत के दौरान दिए गए 22+ उपदेश और कथन; Mahabharat Quotes In Hindi.
पवित्र ग्रंथ महाभारत- महाभारत में कृष्ण के द्वारा दिए गए उपदेश जीवन का परम सत्य है , जिसे प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में इन्हें लागू करना चाहिए. महाभारत हिंदुओं के ग्रंथो में पंचम स्थान पर विद्यमान है . इसमें करीब एक लाख श्लोक समाहित हैं. महाभारत में अधर्म पर धर्म की जीत का उल्लेख किया गया है . महाभारत में मानव जीवन का संम्पूर्ण सार मौजूद है.
महाभारत के दौरान दिए गए 22+ उपदेश और कथन; Mahabharat Quotes In Hindi.
-------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
1 - " परिवर्तन ही संसार में स्थाई है. इसलिए परिवर्तन से डरना उचित नहीं ."
महाभारत .
2 - " आत्मा न जन्म लेती है , न मरती है , न ही इसे जलाया जा सकता है, न ही इसे भिगोया जा सकता है , आत्मा अमर और अविनाशी है ."
महाभारत
3 - " इस संसार में कुछ भी स्थाई नहीं है ."
महाभारत
4 - " जब यह संसार ही स्थाई नहीं है, तो इस संसार की कोई वस्तु कैसे स्थाई हो सकती है ."
महाभारत
5 - " वर्तमान परिस्थिति में जो तुम्हारा कर्तव्य है वही तुम्हारा धर्म है , धर्म व्यक्तिगत होता है."
महाभारत
6 - " कर्म का फल व्यक्ति को उसी तरह ढूंढ़ लेता है, जैसे कोई बछड़ा सैकड़ों गायों के बीच अपनी मां को ढूंढ़ लेता है."
महाभारत
7 - " मन को नियंत्रण में रखना किसी घोड़े के नवजात शिशु को नियंत्रण में रखने जितना कठिन है ."
महाभारत
8 - " जो मन को नियंत्रित नहीं करते उनके लिए मन शत्रु के समान कार्य करता है ."
महाभारत
9- " नारी वे धुरी है , जिसके चारों ओर परिवार घूमता है ."
महाभारत
10 - " लोग आपके अपमान के बारे में हमेशा बात करेंगे सम्मानित व्यक्ति के लिए अपमान मृत्यु से भी बदतर है ."
महाभारत
11 - " जिस परिवार व राष्ट्र में स्त्रियों का सम्मान नहीं होता , वह पतन व विनाश के गर्त में समा जाता है ."
महाभारत
12 - " सदाचार से धर्म उत्प्न्न होता है तथा धर्म से आयु बढ़ती है."
महाभारत
13 - " मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है जैसा वो विश्वास करता है वैसा वो बन जाता है ."
महाभारत
14 - " विपत्ति के आने पर अपनी रक्षा के लिए व्यक्ति को अपने पड़ोसी शत्रु से भी मेल कर लेना चाहिए."
महाभारत
15 - " द्वेष से सदैव दूर रहें ."
महाभारत
16 - " चतुर मित्र सबसे श्रेष्ठ व मार्ग - प्रदर्शक होता है."
महाभारत
17 - " एक मात्र विद्या ही परम तृप्ति देने वाली है ."
महाभारत
18 - " जैसे तेल समाप्त हो जाने पर दीपक बुझ जता है , उसी प्रकार कर्म के क्षीण हो जाने पर भाग्य भी नष्ट हो जाता है ."
महाभारत
19 - " अपनी निंदा सहने वाला व्यक्ति विश्व पर विजय पा लेता है."
महाभारत
20 - " इस जीवन में न कुछ खोता है न ही कुछ व्यर्थ होता है ."
महाभारत
21 - " मनुष्य का पराक्रम उसके सब अनर्थ दूर कर देता है."
महाभारत
22 - " जैसे जल द्वारा अग्नि को शांत किया जा सकता है ठीक उसी प्रकार ज्ञान के द्वारा मन को शांत किया जा सकता है ."
महाभारत
23 - " परोपकार सबसे बड़ा पुण्य और दूसरों को कष्ट देना सबसे बड़ा पाप है ."
Comments
Post a Comment