C.S. Lewis Best Quotes ; सी .एस .लुईस के विचार.
Clive Staples Lewis का जन्म 20 नवबंर 1898 को आयरलैंड के बेलफास्ट मेंं हुआ था . उनके पिता अल्बर्ट जेम्स लुईस थे,.उनकी मां फ्लोरेंस आँगस्टा लुईस थी जिसे आयरलैंड पुजारी चर्च की बेटी फ्लोरा और बिशप हैमिल्टन और जॉन स्टेयल दोनों को बड़ी भव्यता के रुप में जाना जाता था . उनके एक बड़े भाई , वॉरेन हैमिल्टन लुईस थे.
आईए जानते है C.S. Lewis के विचारों के बारे में.
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1 - " रोना अपने तरीके से ठीक है . लेकिन आपको जल्द या बाद में इसे रोकना होगा और फिर आपको तय करना होगा कि क्या करना है.
C.S. Lewis.
2- " कोई भी दु:ख कभी भी मुझे ऐसा महसूस नही कराता जैसे डर ."
C.S Lewis.
3 - " भगवान हमें खुद से अलग शांति और खुशी नहीं दे सकते क्योंंकि ऐसी कोई चीज नहीं है ."
C.S. Lewis.
4 - " इंसान को वास्तविक रुप से दो चीजो से गठबंधन करना चाहिए, खाना और पढ़ना यही दो सुख है ."
C.S. Lewis.
5 - " मैं एक किताब को पढ़ रहा हूँ और उससे आंनदित हो रहा हूँ इस बीच मैं कुछ नही कर सकता ."
C.S. Lewis.
6 - " आप लिखकर कुछ भी बन सकते हैं."
C.S. Lewis.
7 - " आपको कभी भी एक कप चाय बड़ी नही मिल सकती है. एक बड़ी किताब मुझे अच्छी लगने के लिए पर्याप्त है .
C.S. Lewis.
8 - " एक बच्चोंं की कहानी जो केवल बच्चोंं के द्वारा ही आनंद ली जा सकती है."
C.S. Lewis.
9 - " मैं ईसाई धर्म में विश्वास करता हूँ क्योंंकि मेरा मानना है कि सूरज उग आया है; केवल इसलिए नहीं कि मैं इसे देखता हूँ, बल्कि इसलिए कि मैं बाकी सब कुछ देखता हूँ."
C.S. Lewis.
10 - " किसी दिन आप परियों की कहानियों को फिर से पढ़ना शुरु कर देंगे ."
C.S. Lewis.
11 - " एक ईसाई होने का मतलब है माफ करना या क्षमा करना."
C.S. Lewis.
12 - " भगवान हमारे लिए सबसे अच्छा कर रहें हैं पर हम शक कर रहें हैं."
C.S. Lewis.
13 - " हम कही पीछे रह गए है , इससे कही आगे , बेहर चीजे हैं ."
C.S.Lewis.
14 - " दोस्ती की शुरुआत उस समय ही हो जाती है , जब एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से कहता है , क्या तुम्हारे साथ भी ऐसा ही घटित हुआ ."
C.S.Lewis.
15 - " बिना सम्मान के ज्ञान वैसे ही होता है , जैसे कि किसी को ज्ञान देकर खुद बुरे काम करना ."
C.S.Lewis.
16 - " असफल होना , बार - बार असफल होना ....यह कामयाबी के रास्ते पर हमारे पद चिन्हों की छाप छोड़ने जैसा है ."
C.S.Lewis.
17 - " हम जो भी अपने आप को मानते है , वो बन जाते हैं ."
C.S. Lewis.
18 - " प्रसन्नता स्वर्ग में बड़ा ही गंभीर विषय है ."
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