चंद्रशेखर आज़ाद के 9 क्रांतिकारी अनमोल विचार.
Chandra Shekhar Azad ( 23 July, 1906 - 27 February , 1931 ) - क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आज़ाद ने स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुती दे दी थी . 27 फरवरी 1931 में इलाहाबाद के चंद्रशेखर आज़ाद पार्क ( एलफेड पार्क ) में अंग्रेजों का अकेले सामना करते हुए पकड़े जाने के डर से Chandra Shekhar Azad ने खुद को गोली मार ली. Chandra Shekhar Azad महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी Bhagat Singh के गुरू थे.
चंद्रशेखर आज़ाद के 9 क्रांतिकारी अनमोल विचार.
1 - " दूसरों को अपने से बेहतर करते हुए न देखें, हर दिन अपने खुद के रिकॉर्ड को तोड़ें क्योंकि सफलता आपके और आपके बीच की लड़ाई है."
Chandra shekhar Azad.
2 - " मैं एक ऐसे धर्म में विश्वास करता हूं जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे का प्रचार करता है."
Chandra shekhar Azad.
3 - " अगर आपका खून नहीं रोता है , तो यह खून नही पानी है जो आपकी नस में बहता है."
Chandra shekhar Azad.
4 - " एक विमान जमीन पर हमेशा सुरक्षित रहता है , लेकिन यह इसके लिए नहीं बना है. महान ऊंचाइयों को प्राप्त करने के लिए जीवन में हमेशा कुछ सार्थक जोखिम उठाएं."
Chandra shekhar Azad.
5 - " ऐसी जवानी किसी काम की नहीं जो अपनी मातृभूमि के काम न आए."
Chandra shekhar Azad.
6 - " " दुश्मन की गोलियों का , हम सामना करेंगे , आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे."
Chandra shekhar Azad.
7 - " मेरा नाम आजाद है , मेरे पिता का नाम स्वतंत्रता और मेरा घर जेल है."
Chandra shekhar Azad.
8 - " चिंगारी आजादी की सुलगती मेरे जिस्म में है, इंकलाब की ज्वालाएं लिपटी मेरे बदन में है . मौत जहां जन्नत हो यह बात मेरे वतन में है. कुर्बानी का जज्बा जिंदा मेरे कफन में है."
Chandra shekhar Azad.
9 - " आजाद की कलाई में हथकड़ी लगाना बिल्कुल असंभव है . अब तो शरीर के टुकड़े टुकड़े हो जाएं , लेकिन जीवित रहते पुलिस बंदी नहीं बना सकती ."
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