आदि शंकराचार्य के 20+ अनमोल विचार ; Adi Shankara 20+ Hindi Quotes.
Adi Shankaracharya ( 788 - 820 ) - केरल में कालपी अथवा " काषल " नामक गांव में हुआ था .इनके पिता का नाम शिवगुरू भट्ट और माता का नाम शुभद्रा था. इन्होंने भारतीय सभ्यता में सनातन धर्म के आदि काल से चली आ रही परम्परा के प्रचार प्रसार में आदि गुरू शंकराचार्य का बहुमूल्य योगदान है .
Adi Shankaracharya ने देश में 12 ज्योतिर्लिंगों और भारत के चारों कोनों में चार मठों की स्थापना की थी . ये चार मठ इस प्रकार है - श्रंगेरी मठ , गोवर्द्दन मठ, शारदा मठ और ज्योतिर्मठ . इनके योगदान के कारण ही पूरे भारत में सनातन धर्म को एक सूत्र में बाधने का कार्य किया था .
आदि शंकराचार्य के 20+ अनमोल विचार ; Adi Shankara 20+ Hindi Quotes.
1 -" जिस प्रकार किसी दीपक को उजाले के लिए दूसरे दीपक की आवश्यकता नहीं होती है ठीक उसी तरह आत्मा जो खुद ज्ञान का स्वरूप है उसे किसी और ज्ञान की आवश्यकता नहीं है ."
Adi Shankaracharya.
2 - " जब आप का आखिरी समय आता है तो ग्रमर ( शब्द कोष ) कुछ नहीं कर सकता ."
Adi shankaracharya.
3 - " जब हमारी झूठी धारणा ठीक हो जाती है,. तो दुख भी समाप्त हो जाता है."
Adi Shankaracharya.
4 - " अंतरात्मा के अलावा कोई भी अज्ञानता , स्वार्थ को दूर नहीं कर सकता ."
Adi Shankaracharya.
5 - " बीमारी " दवा बोलने या देखने से नहीं , पीने से ठीक होती है ।"
Adi Shankaracharya.
6 - " शांति एक ईधन रहित आग की तरह है."
Adi Shankaracharya.
7 - " मनुष्य जन्म और पुरुषत्व को पाकर जो अपने ही कल्याण के प्रति लापरवाह है , उससे बढ़कर आत्ममुग्ध कौन हो सकता है."
Adi Shankaracharya.
8 - " इस मायवी संसार को त्याग कर परमात्मा को जानो और प्राप्त करो ."
Adi Shankaracharya.
9 - " ज्ञान की दृष्टि से ही वास्तविकता का अनुभव किया जा सकता है, इसके लिए विद्धान होना आवश्यक नहीं है ."
Adi Shankaracharya .
10 - " अपनी इंद्रियों और अपने मन को वश में करो और अपने ह्रदय में प्रभु को देखो."
Adi Shankaracharya.
11 - " जो खजाना मैंने पाया है उसे शब्दों में वर्णित नहीं किया जा सकता , मन उसकी कल्पना नहीं कर सकता ."
Adi Shankaracharya.
12 - " सत्य की जांच क्या है ? यह दृढ़ विश्वास है कि आत्मा वास्तविक है , और उसके अलावा सब कुछ असत्य है ."
Adi Shankaracharya.
13 - " व्यक्ति को स्वयं को अस्तित्व - चेतना - आंनद की प्रकृति के रूप में जानना चाहिए."
Adi Shankaracharya.
14 - " जीवित प्राणी अहंकार से संपन्न है और उसका ज्ञान सीमित है, जबकि ईश्वर अहंकार रहित और सर्वज्ञ है."
Adi Shankaracharya.
15 - " धन , लोगों , सम्बन्धियों और मित्रों या यौवन पर अभिमान मत करो . पलक झपकते ही ये सब समय के साथ छीन लिया जाता है."
Adi Shankaracharya.
16 - " धर्म की किताबे पढ़ने का उस समय तक कोई मतलब नहीं , जब तक आप सच का पता न लगा पाए. उसी प्रकार अगर आप सच जानते है तो धर्मशास्र पढ़ने की कोई आवश्यकता नहीं है."
Adi Shankaracharya.
17 - " तीर्थ करने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है सबसे अच्छा और बड़ा तीर्थ आपका मन है , जिसे विशेष रूप से शुद्ध किया गया हो."
Adi Shankaracharya.
18 - " आत्मा और परमात्मा एक ही हैं . हमें अज्ञानता के कारण ही ये दोनों अलग - अलग प्रतीत है."
Adi Shankaracharya.
19 - " जब मन में सत्य जानने की जिज्ञासा पैदा हो जाती है, तब दुनिया की बाहरी चीज़ें अर्थहीन लगती है."
Adi Shankaracharya.
20 - " वास्तविक रूप से मंदिर वही पहुंचता है जो धन्यवाद देने जाता है, मांगने नहीं."
Adi Shankaracharya.
21 - " मोह से भरा हुआ इंसान सपने की तरह है , यह तब तक ही सच लगता है जब तक आप अज्ञान की नींद में सो रहे होते हैं, जब नींद खुलती है तो इसकी कोई सत्ता नहीं रह जाती है."
Adi Shankaracharya.
22 - " सत्य की कोई भाषा नहीं है. भाषा सिर्फ मनुष्य का निर्माण है , लेकिन सत्य मनुष्य का निर्माण नहीं आविष्कार है. सत्य को बनाना या प्रमाणित नहीं करना पड़ता , सिर्फ उघाड़ना पड़ता है."
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