होमी जहांगीर भाभा के अनमोल विचार.
Homi J Bhabha - ( 30 अक्टूबर , 1909 - 24 जनवरी ,1966) भारत के महान परमाणु वैज्ञानिक डॉक्टर होमी जहांगीर भाभा का जन्म मुंबई के एक समद्ध पारसी परिवार में हुआ था . उन्हें भारत के परमाणु ऊर्जा कर्यक्रम का जनक कहा जाता है . उन्होंने देश के परमाणु कार्यक्रम के भावी स्वरूप की मजबूत नींव रखी जिसके चलते भारत आज विश्व के प्रमुख परमाणु संपन्न देशों की कतार में खड़ा है .
"भारत के महान वैज्ञानिक सर सीवी रमन के मुंह से अपने वैज्ञानिक दोस्तों के लिए तरीफ के शब्द मुश्किल से निकलते थे..सिवाए एक अपवाद को छोड़कर .....होमी जहांगीर भाभा . रहन उन्हें भारत का Leonardo da Vinci कहा करते थे ."
आइए जानते हैं भारत के परमाणु कार्यक्रम के जनक Homi J Bhabha के अनमोल विचारों के बारे में.
1- " बहुसंस्कृतिवाद या संस्कृतियों की विविधता पर नहीं , बल्कि संस्कृति की संकरता के शिलालेख और अभिव्यक्ति पर आधारित है , जो एक अंतरराष्ट्रीय संस्कृति की अवधारणा के रास्ते को खोल सकता है. यह इनबिल्ट स्पेस है जो संस्कृति के अर्थ का भार वहन करता है, और तीसरे स्थान की खोज करके , हम ध्रुवीयता की राजनीति की खोज करके , ध्रुवीयता की राजनीति को समाप्त कर सकते हैं और हमारे स्वयं के अन्य लोगों के रूप में उभर सकते हैं ."
Homi J Bhabha.
2 - " आलोचक की राजनीतिक जिम्मेदारी पर एक बयान : आलोचक को पूरी तरह से महसूस करने का प्रयास करना चाहिए, और ऐतिहासिक अतीत को परेशान करने वाले अप्रकाशित अतीत की जिम्मेदारी लेनी चाहिए."
Homi J Bhabha.
" अपने देश के वैज्ञानिकों को पढ़ो गर्व महसूस होगा "
3 - " शब्द नहीं बोलेंगे और चुप्पी रंगभेद की छवियों में जम जाती है ."
Homi J Bhabha.
4 - " अस्वाभाविक रूप से एक जातिगत समाज की हिंसा जीवन के विवरणों पर सबसे अधिक पड़ती हैं . जहां आप बैठ सकते हैं , या नहीं , आप कैसे रह सकते हैं , या नहीं , आप क्या सीख सकते हैं, या नहीं , आप किसे प्यार कर सकते हैं, या नहीं ."
Homi J Bhabha.
5 - " अब , जब आप किसी को देखते हैं, तो वह बस नहीं है, क्या आप मेरे जैसे हैं या मेरे विपरीत हैं ? क्या आपकी संस्कृति ने महान कलाकारों का निर्माण किया है ? तुम्हारे संस्कार क्या हैं ? यह है : आपकी संस्कृति सुरक्षित है या नहीं ? ."
Homi J Bhabha.
6 - " मैं काफी स्प्ष्ट रुप से जानता हूँ कि मैं अपने जीवन से क्या चाहता हूँ. जीवन और मेरी भावनाएं ही ऐसी चीजें हैं जिनसे मैं सचेत हूँ . मैं जीवन की चेतना से प्यार करता हूँ और मैं इसे जितना चाहे प्राप्त कर सकता हूँ."
Homi J Bhabha.
7 - " कला , संगीत , कविता और बाकी सब ....मेरा यह एक उद्देश्य है जीवन की मेरी चेतना की तीव्रता को बढ़ाना ."
Homi J Bhabha .
8 - " किसी के जीवन की अवधि सीमित है मृत्यु के बाद क्या आता है कोई नहीं जानता . और न ही मुझे परवाह है . चूंकि मैं इसकी अवधि बढ़ाकर जीवन की सामग्री नहीं बढ़ा सकता , मैं इसकी तीव्रता बढ़ाकर इसे बढ़ाऊंगा ."
Homi J Bhabha.
9 - " यह इनविल्ट स्पेस है जो संस्कृति के अर्थ का भार वहन करता है , और इस तीसरे स्थान की खोज करके , हम ध्रुवीयता की राजनीति को समाप्त कर सकते हैं और हमारे स्वयं के अन्य लोगों के रूप में उभर सकते हैं ।"
Homi J Bhabha.
10 - " मुझे नहीं लगता कि अन्य देशों मैं वैज्ञानिक विकास से परिचित कोई भी भारत म़े इस तरह के स्कूल की आवश्यकता से इनकार करेगा जैसा कि मैं प्रस्तावित करता हूँ ."
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