Sri Aurobindo Quotes : श्री अरविंद घोष के अनमोल विचार.
Shi Aurobindo का जन्म 15 अगस्त 1872 को कलकत्ता में हुआ था . Shi Aurobindo एक योगी एंव दार्शनिक थे . इनके पिता एक डॉक्टर थे . इन्होंने युवा अवस्था म़े स्वतंत्रता संग्राम में क्रन्तिकारी के रुप में भाग लिया , किंतु बाद में एक योगी बन गये और इन्होंने पांडिचेरी में एक आश्रम स्थापित किया . वेद , उपनिषद ग्रंथोंं आदि पर टीका लिखी . योग साधना पर मौलिक ग्रंथ लिखे . उनका पूरे विश्व में दार्शनिक शास्त्र पर बहुत प्रभाव रहा है और उनकी पद्दति के अनुयायी सब देशों में पाये जाते हैं . यह कवि भी थे और गुरु भी . इनका निधन 5 दिसम्बर 1950 को हुआ .
आइए जानते हैं भारतीय कवि , गुरु , क्रन्तिकारी और दार्शनिक sri Aurobindo के अनमोल विचारों के बारे में .
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1- " भारत का युग मृत नहीं है और न ही उसने अपना अंतिम रचनात्मक शब्द बोला है यह है और अभी भी अपने और मानव लोगों के लिए कुछ करना चाहती है ."
Sri Aurobindo.
2- " गुप्त प्रकृति गुप्त भगवान है ."
Sri Aurobindo.
3- " जिसे हम हिन्दू धर्म कहते हैं , वह वास्तव में सनातन धर्म है ."
Sri Aurobindo.
4- " कुछ धर्मपरापण लोगों को सुनने के लिए, कोई कल्पना करेगा भगवान कभी नहीं हंसे ."
Sri Aurobindo.
5- " आध्यात्मिकता वास्तव में भारतीय मन की प्रमुख कुंजी है इनफिनिटिव ( अनन्त ) की भावना इसके मूल निवासी हैं ."
Sri Aurobindo.
6- " सच्चा ज्ञान सोचने से नहीं मिलता . यह वही है जो तुम हो , यह वही है जो तुम बनना चाहते हो ."
Sri Aurobindo.
" कहते हैं कि डूबते को तिनके का सहारा , कुछ ऐसे ही है Osho के विचार, एक बार जरूर पढ़े ."
7- " मेरा ईश्वर प्रेम है और इसके मीठे रूप से सभी पीडि़त हैं ."
Sri Aurobindo.
8- " अतीत के दावों से संबंध नहीं, बल्कि भविष्य की दोपहर से ."
Sri Aurobindo.
9- " जीवन जीवन है - चाहे एक बिल्ली में या कुत्ते या आदमी में . बिल्ली और आदमी के जीवन में कोई अंतर नही . अंतर मनुष्य के विचारों की अवधारणा है ."
Sri Aurobindo.
10- " आत्मा जो देखती है और अनुभव करती है , वह जानती है ; वाकी उपस्थिति , पूर्वाग्रह और राय है . "
Sri Aurobindo .
11- " मेरा प्यार दिल की भूख नहीं है , मेरा प्यार मांस की लालसा नहीं है ; यह मेरे पास ईश्वर की ओर से आया और ईश्वर की ओर लौटता है ."
Sri Aurobindo .
12- " मैंने शपथ ली कि मैं दुनिया के दु:ख और दुनिया की मूर्खता और क्रूरता और अन्याय से पीडि़त नहीं होऊंगा और मैंने अपने दिल को स्टील की एक पॉलिश सतह के रूप में nether मिलस्टोन और अपने दिमाग के रूप में कठिन बना दिया . मुझे - कोई तकलीफ नहीं हुई थी , बस आनंद मुझसे दूर हो गया ."
Sri Aurobindo.
" एक ऐसा महात्मा जिसके विचारों को दुनिया में हर जगह अपनाया गया."
13- " अस्तित्व की सभी समस्याएं अनिवार्य रूप से सद्भाव की समस्याएं हैं ."
Sri Aurobindo.
14- " क्या यह सच है कि अस्तित्व में केवल ऊर्जा की क्रिया होती है ? या ऐसा नहींं है कि ऊर्जा अस्तित्व का उत्पादन है ? ."
Sri Aurobindo.
15- " दर्द नश्वर हृदय में मृत प्रतिरोध को तोड़ने के लिए देवताओं का हथौड़ा है ."
Sri Aurobindo.
16- " जब मन शांत होता है, तब सत्य को मौन की पवित्रता में सुनने का मौका मिलता है ."
Sri Aurobindo.
17- " लेकिन हार अंत नहीं है , यह केवल एक द्वार या एक शुरुआत है ."
Sri Aurobindo.
18- " बहुत आम तौर पर , परोपकारिता केवल स्वार्थ का सबसे बड़ा रुप है ."
Sri Aurobindo.
19- " केवल वह आत्मा है , जो नग्न और निश्छल ,.शुद्ध और निर्दोष है ."
Sri Aurobindo .
20- " एक भगवान जो मुस्कुरा नहीं सकता है , वह इस हास्य ब्रह्मांड का निर्माण नहीं कर सकता है ."
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