20+ निकोलाई गोगोल के अनमोल विचार .
Nikolai Gogol ( March 31, 1809 - March 4, 1852 ) - एक रूसी ( वर्तमान यूक्रेन ) साहित्यकार थे जिन्होंने कहानी , लघु उपन्यास एव नाटक आदि विधाओं में युगीन आवश्यकताओं के अनुरूप प्रभूत लेखन किया है .
20+ निकोलाई गोगोल के अनमोल विचार .
1 - " किसी मूर्ख के शब्द चाहे कितने भी मूर्ख क्यों न हों , वे कभी-कभी एक बुद्धिमान व्यक्ति को भ्रमित करने के लिए पर्याप्त होते है ."
Nikolai Gogol .
2 - " हम किसी मज़ेदार कहानी को जितना लंबा और ध्यान से देखते हैं, वह उतनी ही दुखद होती जाती है ."
Nikolai Gogol .
3 - " मैं वह हूं जो मैं हूं और वह मैं हूं ."
Nikolai Gogol.
4 - " हमारे पास हर चीज़ को महत्वहीन बनाने का अद्भुत उपहार है ."
Nikolai Gogol .
5 - " दुनिया में एकदम बकवास चलता है कभी -कभी कोई विश्वसनीयता नहीं होती है ."
Nikolai Gogol .
6 - " हमेशा यह सोचें कि क्या उपयोगी है और क्या सुंदर नहीं है. सुंदरता अपने आप आएगी . "
Nikolai Gogol .
7 - " ठीक से बोला या लिखा हुआ शब्द कुल्हाड़ी से नहीं काटा जा सकता ."
Nikolai Gogol .
8 - " आप सोच भी नहीं सकते कि आजकल पूरी दुनिया कितनी मूर्ख हो गई है ."
Nikolai Gogol .
9 - " अगर आपका चेहरा खराब है तो शीशे को दोष देने का कोई फायदा नहीं है ."
Nikolai Gogol .
10 - " कितना बहशी खुरदुरापन हुआ है परिष्कृत, सुसंस्कृत, शिष्टाचारों में ..... ."
Nikolai Gogol .
11 - " पैसा मत रखो , लेकिन अच्छे लोगों की संगति रखो ."
Nikolai Gogol .
12 - " मैंने देखा कि मैं सीधे रास्ते पर कहीं नहीं पहुंच पाऊंगा और टेढ़े -मेढ़े रास्ते पर जाना कठिन था ."
Nikolai Gogol.
13 - " एकांत में रहने , प्रकृति के नजारे का आनंद लेने और कभी कभार कोई किताब पढ़ने से ज्यादा सुखद कुछ नहीं हो सकता."
Nikolai Gogol .
14 - " आप जो भी कहें , शरीर आत्मा पर निर्भर करता है ."
Nikolai Gogol.
15 - " अंत में सपने ही जीवन बन जाते है ."
Nikolai Gogol.
16 - " इस दुनिया में मौजूद अनगिनत लोग किसी वस्तु की तरह नहीं बल्कि किसी चीज़ पर धब्बे की तरह मौजूद है ."
Nikolai Gogol.
17 - " ऐसे जुनून हैं जिन्हें चुनना मनुष्य के बस की बात नहीं है ."
Nikolai Gogol.
18 - " आप किस पर हंस रहे हो ? आप अपने आप पर हंस रहे हैं ."
Nikolai Gogol.
19 - " सब कुछ सत्य जैसा दिखता है, मनुष्य के लिए सब कुछ हो सकता है ."
Nikolai Gogol.
20 - " पैसे से आप कुछ भी कर सकते हैं और दुनिया में कुछ भी तोड़ सकते हैं ."
Nikolai Gogol.
21 - " आप हमेशा एक सुअर को उसकी घुरघुराहट से पहचान सकते हैं ."
Nikolai Gogol.
22 - " इस दुनिया में , लोग हमेशा वह करने का तरीका ढूंढते हैं जो वे चाहते है."
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