हुंजा घाटी (वैली) ,दुनिया का सबसे बड़ा आश्चर्य .
हुंजा घाटी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित है .इस घाटी को दुनिया का वास्तविक स्वर्ग कह जाता है और यह बसने वाली हुंजा जनजाति सैकड़ों वर्षों से अपनी सुंदरता से दुनिया को चकित करती आई है . यहां की महिलाओं को विश्व की सबसे सुंदर महिलाओं का दर्जा प्राप्त हैं . हुंजा घाटी की 65 साल की महिला भी 20 साल की युवा लड़की की तरह दिखती है . इस घाटी के लोगों की औसतन आयु 110 से 120 साल होती है. इन सबके पीछे का कारण है यहा का वातावरण और हुंजा नही में बहने वाले पानी की तासीर है . इस नदी में बहने वाले पानी की तासीर के कारण इस घाटी के लोग उम्र भर बीमार नही पड़ते हैं ,तथा छोटी मोटी बीमारी को इस घाटी में उगने वाली जड़ी बूटियों से ही ठीक कर लेते हैं . आइए विस्तार से जानते हैं इस घाटी के बारे में .
पाकिस्तान के गिलगिट - बाल्टिस्तान में स्थित है हुंजा घाटी -
एक तरफ काराकोरम दर्रा और दूसरी तरफ बहती हुंजा नदी और चारों तरफ़ हिमालत के ऊंचे ऊंचे पहाड और इन सब प्राकृतिक सुंदरता के बीच स्थित है हुंजा घाटी .
इस घाटी में बहने वाली हुंजा नदी के नाम कारण ही इस घाटी का नाम हुंजा घाटी पड़ा था. हुंजा घाटी को पृथ्वी पर दुनिया का वास्तविक स्वर्ग कहा जाता है . हुंजा घाटी के लोग पहाड़ो की साफ हवा और हुंजा नदी के पानी में अपना जीवन व्यतीत करते हैं . इस घाटी में रहने वाले लोगों संख्या तकरीबन 1 लाख के आसपास है .
आश्चर्यचकित करती है यहां के लोगों की सुंदरता -
इस घाटी में बसे लोगों की सुंदरता दुनिया को आश्चर्यचकित करती है . इस घाटी में मां और बेटी में फर्क करना मुश्किल है . यह की महिलाएं 65 साल की उम्र में भी 20 साल की युवा लड़की की तरह दिखती है . इस घाटी की महिलाएं 65 साल की उम्र में भी बगैर किसी परेशानी के कारण मां बन सकती और पुरुष 90 साल की उम्र में पिता . यह बहने वाली हुंजा नदी के पानी की तासीर ऐसी है कि इस घाटी के लोग बिना किसी बीमारी के औसतन 110 से 120 की उम्र तक जीवन जीते है . हुंजा घाटी की महिलाओं को विश्व की सबसे सुदंर महिलाओं का दर्जा प्राप्त है .
दुनिया को हैरान करती हैं कभी ना बीमार होने की जीवन शैली -
दुनिया भर के डॉक्टरों के लिए यह के लोग किसी आश्चर्य से कम नहींं है . हुंजा घाटी के लोग उम्र भर कभी बीमार नही पड़ते है . यह के लोगों ने कभी कैंसर , मोटपा ,शुगर जैसी बीमारी का नाम तक नही सुना तथा छोटी मोटी बीमारी को यह लोग इस घाटी में उगने वाली जड़ी बूटियों से ही ठीक कर लेते हैं .यहां ना तो कोई हॉस्पिटल है न ही दूर दूर तक कोई डॉक्टर है .
प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करके रहते है युवा और सुंदर -
हुंजा घाटी के लोग केवल प्राकृतिक संसाधनों से प्राप्त खान पीन पर ही निर्भर रहते हैं . यह के लोग उम्र भर कभी चीनी का प्रयोग नही करते है बल्कि चीनी की जगह यह लोग यह प्रचुर मात्रा में मिलने वाले शहद का उपयोग करते हैं .यहां के लोग केवल खुद की उगाई सब्जी या दूसरी फसलों का प्रयोग करते है . हुंजा जाति के लोग शहद,बादाम ,अखरोट ,खूबानी जैसी प्राकृतिक वरदान समझी जाने वाली चीजों का उम्र भर प्रयोग करते हैं . यहां के लोग औसतन हर रोज 15-20 किलोमीटर की दूरी तय करते हैं . ये लोग शून्य से भी कम तापमान में ठंडे पानी से नहाते है .
सिकंदर महान को मानते हैं अपना वंशज -
बताते हैं जब सिकंदर भारत पर हमला करने के बाद वापस जा रहा था. तब सिकंदर की सेना के कुछ सैनिक इस घाटी की सुंदरता को देखकर मोहित हो गये . फिर उन्होंने सिकंदर से इस घाटी में बस जाने की इच्छा जाहिर की ,सिकंदर अपने सैनिकों का सम्मान करते हुए उनकों यह बस्ती बसाने की इज्जात दे दी जिसके बाद सिकंदर वापस लौट गया और ये लोग यही बस गए . हुंजा घाटी में बसे लोग उन्हीं सैनिकों के वंशज हैं .
हुंजा जाति की सुंदरता और उम्र भर स्वस्थ रहने का कारण -
हुंजा घाटी में बहने वाली हुंजा नदी का पानी तथा इनका प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग ही इनकी सुंदरता की मुख्य वजह माना जाता है . 15 से 20 किलोमीटर हर रोज चलना इनके जीवन का एक अंग है जो इनको स्वस्थ रखने में मदद करता है . यह के लोग साफ वातावरण तथा प्राकृतिक रूप से वरदान माने जाने वाले शहद ,अखरोट ,बादाम ,खूबानी का उम्र भर प्रयोग करते है साथ ही अपने खाने के लिएसब्जियां और अनाज बिना केमिकल के खुद ही उगाते है .
हुंजा घाटी की रोचक जानकारी-
- हुंजा घाटी पाकिस्तान कब्जे वाले कश्मीर में स्थित है .
- इस घाटी में बहने वाली हुंजा नदी के कारण इस घाटी का नाम हुंजा घाटी पड़ा है .
- इस घाटी की महिलाओं को विश्व की सबसे सुंदर महिलाओं का दर्जा प्राप्त है .
- यहां मां और बेटी में फर्क करना मुश्किल है कि कौन मां है और कौन बेटी .
- यहां की महिलाएं 60 साल की उम्र में भी 20 साल की युवा युवती लगती है .
- यह के लोगों की औसतन आयु 110 से 120 साल है .
- 60 साल की उम्र में भी यह की महिलाएं बिना किसी परेशानी के गर्भधारण कर सकती हैं .
- उम्र भर इस घाटी के लोग बीमार नही होते हैं.
- कैंसर ,मोटापा , शुगर जैसी बीमारियों का यहां के लोगों ने कभी नाम ही नही सुना है .
- हुंजा नदी में बहने वाले पानी की तासीर के कारण यह की महिलाएं अत्याधिक सुंदर है .
- यहां के लोग प्राकृतिक वरदान माने जाने वाली वस्तुएं जैसे शहद ,अखरोट ,बादाम ,खूबानी का उम्र भर उपयोग करते हैं .
- हुंजा घाटी को पृथ्वी पर दुनिया का स्वर्ग माना जाता है .
- यहां के लोग सिकंदर महान को अपना वशंज मानते हैं .
- इस घाटी के लोग चीनी की जगह शहद का उपयोग करते हैं.
- इस घाटी में कोई भी हॉस्पिटल तथा दूर दूर तक डॉक्टर नही है .
- हुंजा के लोग शून्य के भी नीचे तापमान पर बर्फ के ठंडे पानी में नहाते हैं
- 15-20 किलोमीटर रोज पैदल चलना इनकी जीवन शैली का हिस्सा है .
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